विशेषता:
“ललित कला अकादमी एक गैर-सरकारी सांस्कृतिक संस्था है जो एक बहु-विषयक स्थान के रूप में कार्य करती है जिसमें जीवंत दीर्घाएँ हैं और एक प्रसिद्ध थिएटर ऑडिटोरियम के साथ-साथ स्थानीय कलाकारों द्वारा बनाई गई कृतियाँ प्रदर्शित की जाती हैं। इस गैलरी की स्थापना रानी मुखर्जी ने की थी। यह गैलरी समकालीन कला में माहिर है, जिसमें 1900 से लेकर आज तक की पेंटिंग और मूर्तियाँ प्रदर्शित की गई हैं। अकादमी में आचार्य अवनींद्रनाथ टैगोर और गगनेंद्रनाथ टैगोर की उत्कृष्ट कृतियों सहित एक उल्लेखनीय संग्रह है, बाद वाले भारत में क्यूबिज़्म की शुरुआत करने वाले पहले व्यक्ति थे। ललित कला अकादमी कलाकारों और कला प्रेमियों दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक केंद्र बनी हुई है।”
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