विशेषता:
“राष्ट्रीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय की स्थापना 1974 में उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री स्वर्गीय चंद्रभानु गुप्ता ने की थी। यह महाविद्यालय शहर के मध्य में गोमती नदी के तट के निकट स्थित है, इसका परिसर हरा-भरा है और यह कई प्रमुख संस्थानों से घिरा हुआ है। इस महाविद्यालय का उद्देश्य ऐसे व्यक्तियों का समग्र विकास करना है जो समर्पण भाव से अपने संगठन, समाज और मानवता की सेवा कर सकें। प्रबंधन यह सुनिश्चित करता है कि प्रत्येक छात्र गहन ज्ञान प्राप्त करके एक मददगार वैश्विक नागरिक बने। राष्ट्रीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में सुसज्जित प्रयोगशालाएँ, एक समृद्ध कम्प्यूटरीकृत पुस्तकालय, एक ई-लाइब्रेरी, एक डेटा विश्लेषण केंद्र और एक वातानुकूलित वाचनालय है। ये कुछ प्रमुख उन्नत शैक्षणिक सुविधाएँ हैं। यह महाविद्यालय छात्रों और शिक्षकों की पोषण संबंधी आवश्यकताओं को स्वच्छ वातावरण में रियायती दरों पर पूरा करता है। इस प्रकार छात्र प्रेम, स्वतंत्रता, न्याय, समानता और बंधुत्व से युक्त समाज का निर्माण करने में सफल होते हैं।”
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