“सर पदमपत सिंघानिया शिक्षा केंद्र छात्रों को तेजी से बदलते समाज को समझने, उसमें योगदान देने और सफल होने के लिए तैयार करता है। श्री गोविंद हरि सिंघानिया इसके संस्थापक अध्यक्ष हैं, श्री पार्थो प्रतिम करिस इसके उपाध्यक्ष और निदेशक हैं तथा भावना गुप्ता स्कूल की प्रिंसिपल हैं। उनका उद्देश्य वैश्विक नेताओं का निर्माण करना है जो शारीरिक रूप से मजबूत, मानसिक रूप से सतर्क, बौद्धिक रूप से तेज, भावनात्मक रूप से स्थिर और आध्यात्मिक रूप से प्रबुद्ध हों, ताकि वे दृढ़ संकल्प, समर्पण, अनुशासन और भक्ति के साथ मानवता की सेवा कर सकें। स्कूल के संकाय छात्रों को मूल्यवान कौशल प्रदान करने के लिए उपलब्ध संसाधनों और अपने स्वयं के अनुभव के साथ कक्षा में सीखने को लगातार एकीकृत करते हैं। सर पदमपत सिंघानिया शिक्षा केंद्र भारत के इतिहास और संस्कृति में ठोस पृष्ठभूमि के साथ प्रगतिशील और प्रयोगात्मक शिक्षण के साथ-साथ भविष्य के आधार पर प्रशिक्षण के लिए बेहतर शैक्षिक सुविधाएँ प्रदान करता है। यह स्कूल एक ऐसी दुनिया में प्रभावी जुड़ाव के लिए प्रमुख बौद्धिक और रचनात्मक केंद्र होगा, जो सामाजिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बेहतर डिज़ाइन की गई वस्तुओं और संगठनों की मांग करता है।”
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