“Raja Dinkar Kelkar Museum तीन मंजिला इमारत में स्थित है और इसमें दुनिया के विभिन्न कोनों से लगभग 20,000 कलाकृतियों का व्यापक संग्रह प्रदर्शित है। 1962 में स्थापित, संग्रहालय का संकलन 40 वर्षों से अधिक समय तक फैला हुआ है और इसमें मुख्य रूप से दैनिक जीवन से भारतीय सजावटी सामान, साथ ही 18वीं और 19वीं शताब्दी की मिश्रित कला वस्तुएँ शामिल हैं। इस प्रभावशाली संग्रह में 22,000 अमूल्य कलाकृतियों का संग्रह है, जिनमें से प्रत्येक भारत की ऐतिहासिक संस्कृति और परंपराओं की समृद्धि को दर्शाता है, जो धीरे-धीरे आगंतुकों को और अधिक खजाने की खोज करने के लिए प्रेरित करता है। इसके आकर्षक प्रदर्शनों में विभिन्न संगीत वाद्ययंत्र, मुगल लैंप, पेंटिंग और प्राचीन वस्तुएँ हैं, जिनमें पौराणिक महाकाव्य रामायण के दृश्यों का चित्रण शामिल है। संग्रहालय के भीतर एक उल्लेखनीय आकर्षण मस्तानी महल की प्रतिकृति है, जिसे मूल रूप से 1734 में बनाया गया था। इसके अतिरिक्त, संग्रहालय में हाथीदांत, चांदी, सोना, हथियार और बर्तन प्रदर्शित किए गए हैं, जो इसके विविध संग्रह को बढ़ाते हैं। इसके आकर्षक संग्रह में सैकड़ों हुक्का पाइप, लेखन उपकरण, वस्त्र और बहुत कुछ शामिल है, जो अखिल भारतीय सरणी का प्रतिनिधित्व करता है। इसके अलावा, Raja Dinkar Kelkar Museum एक आभासी दौरे का अवसर प्रदान करता है, जिससे आगंतुकों की अपने उल्लेखनीय संग्रह तक पहुँच बढ़ जाती है।
अद्वितीय तथ्य:
• सबसे बड़ा संग्रह है।”
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