“Sarnath Museum भारत का सबसे पुराना संग्रहालय है, जिसका संचालन भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा किया जाता है। ऋषिपतन के नाम से प्रसिद्ध यह वह स्थान है जहाँ पाँच सौ प्रत्यक्ष बुद्धों से संबंधित सामग्री मिली थी। प्राचीन बौद्ध साहित्य में, इस स्थल को ऋषिपतन मिरगदव या मिरगदया के नाम से जाना जाता है। संग्रहालय में पाँच दीर्घाएँ और दो बरामदे हैं, जिनमें सारनाथ में पाई गई कलाकृतियाँ प्रदर्शित हैं, जो तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व से बारहवीं शताब्दी ईस्वी तक की हैं। 15 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए प्रवेश निःशुल्क है, और गाइड सेवाएँ उपलब्ध हैं। गाइड सेवाएँ उपलब्ध हैं, और विकलांग व्यक्तियों के लिए अलग शौचालय सुविधाएँ हैं। Sarnath Museum ऐतिहासिक रूप से उस स्थान के रूप में महत्वपूर्ण है जहाँ भिक्षुओं (संघ) के एक नए आदेश और एक नए धार्मिक सिद्धांत (धम्म) की नींव रखी गई थी।”
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